Gyanprakash Aakul
- Chirag Jain
- Jul, 05, 1982
- Prominent poets of India
- No Comments
जन्म: 05 जुलाई 1982; Lakhimpur Khiri
शिक्षा: विज्ञान परास्नातक; B.Ed.
पुरस्कार एवं सम्मान:
- आरम्भ
- उन्मुख
- सृजन
- कवितालोक
- खीरी रत्न सम्मान
वर्तमान निवास: Lakhimpur Khiri, Uttar Pradesh
ज्ञान प्रकाश आकुल Hindi गीत के एक ऐसे मौन साधक हैं जिनकी गूंज अनहद की तरह देर से लेकिन दूर तक असर करने की क्षमता रखती है। ज्ञान के गीतों में समाज के उस तिरस्कृत वर्ग की आवाज़ सुनाई देती है जिसे उपेक्षा के अभिशाप ने कई युगों तक अभावों का जीवन जीने को विवश किया। एक सक्षम और सुलझे हुए गीतकार की तरह ज्ञान कभी बुद्ध से बतियाते दिखाई देते हैं तो कभी अचानक समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े होकर अट्टालिकाओं पर व्यंग्य बाण छोड़ते दिखाई देते हैं। ज्ञान के लेखन की मारक क्षमता युग परिवर्तन का आभास कराती है।
This post is visited : 472