ऐसे लोगों से हम नहीं निभते
- Chirag Jain
- Nov, 09, 2021
- Prabudha Saurabh
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जिनसे थोड़े भरम नहीं निभते ऐसे लोगों से हम नहीं निभते तुम मुहब्बत के ख़्वाब मत देखो तुमसे अपने ही ग़म नहीं निभते फिर भी अह्ल-ए-सितम* तो निभते हैं बस ये अह्ल-ए-करम नहीं निभते इतना इतना निभाते हो सब से और थोड़े से हम नहीं निभते रोटियाँ इतना काम लेती हैं हम से दैर-ओ-हरम* नहीं निभते इन पुराने शिकस्ता* क़दमों से अब नए हमक़दम* नहीं निभते -प्रबुद्ध सौरभ * अह्ल-ए-सितम – सितम करने वाले * दैर-ओ-हरम – मंदिर और मस्जिद * शिकस्ता – हारे हुए * हमक़दम – साथ चलने वाले
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