Ajay Shukla Anjam

Ajay Shukla Anjam

जन्म: 20 जुलाई 1971, Auraiya

शिक्षा: परास्नातक

सम्प्रति: अध्यापन तथा पत्रकारिता

प्रकाशन:

  1. सुनामी लौट जाती है (गीत संग्रह)
  2. शक्ति-स्तवन (सवैया संग्रह)
  3. श्री कृष्ण द्वादशामृतम

पुरस्कार एवम् सम्मान:

  1. औरैया रत्न 2021, जिला प्रशासन Auraiya
  2. वांगमय विद, Parth Prem Samiti
  3. नगर रत्न, नगर पालिका, Auraiya
  4. राष्ट्रीय एकता लेखन, Auraiya Hindi Protsahan Nidhi
  5. बेदम वारिसी निसार सीमावी सम्मान, Etawah Hindi Sewa Nidhi
  6. मेजर आदित्य त्रिपाठी बाल काव्य सम्मान

प्रसारण:

  1. News 18 India, Lapete Mein Netaji
  2. Zee News, Kavi Yuddha
  3. News India, Raag Desh
  4. JK 24X7 News

विशेष:

  1. अध्यक्ष, Bundelkhand प्रान्त, Rashtriya Kavi Sangam
  2. अध्यक्ष, Bharat Prerna Manch
  3. महासचिव, Himangini Sahitya Samiti
  4. फ़िल्म ‘Janta Ki Lagaam’ की Script एवं फ़िल्म में पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका

Auraiya रत्न से अलंकृत कवि अजय शुक्ला ने करीब एक दशक तक अपने संघर्ष के जरिए उस ‘अंजाम’ को हासिल किया है कि अब साहित्यिक गलियारों में जनपद को International पहचान मिल गई है। South Africa, Tanzania, और Singapore समेत कई European और American Online Portals से काव्य पाठ कर कवि अजय अंजाम ने कविता के International गलियारों में जनपद की धमक कायम की है। शहर के Kanpur रोड निवासी कवि Ajay Anjam शिक्षा विभाग में तैनात हैं। अपनी प्रारंभिक शिक्षा Chhattisgarh के Bilaspur जनपद से प्रारंभ करने वाले कवि अंजाम ने Economy तथा Hindi साहित्य से परास्नातक किया। अजय के पिता Acharya Roopnarain Shukla ‘Roopesh प्रसिद्ध कवि थे और उनकी कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। Chhattisgarh में प्राचार्य रहे कवि रूपेश का अभिनंदन ग्रंथ भी शहर की संस्था Auraiya Hindi Protsahan Nidhi ने प्रकाशित किया था। एक तरह से कविता कवि अंजाम को विरासत में मिली लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र में आगे बढ़ना शुरू किया तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2011 में Kalidas Academy Delhi ने उन्हें विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि से विभूषित किया। Lockdown के दौरान उन्होंने Jammu And Kashmir के एक राष्ट्रीय channel से लगातार कविताओं का वाचन किया। हाल ही में उन्होंने ‘शक्ति-स्तवन’ नाम से भगवती की आराधना के सवैया संग्रह का प्रकाशन कराया है। अंजाम ने लगभग एक दशक तक सक्रिय पत्रकारिता की और एक बड़े अखबार के अपराध संवाददाता का कार्य किया। लंबे समय तक वह उक्त अखबार के जिला प्रतिनिधि भी रहे। वर्तमान में भी कवि अजय अंजाम तत्कालीन मुद्दों पर धारदार कविता लिखकर अपने पाठकों सहित समाज को सच्चाई तक ले जाने का कार्य कर रहे हैं। वीर रस के कवि अजय अंजाम की रचनाओं में भी देशप्रेम झलकता है।

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