करनी-कथनी
- Chirag Jain
- Nov, 10, 2021
- Shishupal Singh Nirdhan
- No Comments
करनी-कथनी में जबकि दूरी है गीत की व्यंजना अधूरी है गीत हो, आत्मा की भाषा हो वरना लिखना ही क्या ज़रूरी है -शिशुपाल सिंह निर्धन
This post is visited : 392
करनी-कथनी में जबकि दूरी है गीत की व्यंजना अधूरी है गीत हो, आत्मा की भाषा हो वरना लिखना ही क्या ज़रूरी है -शिशुपाल सिंह निर्धन