एक कार

एक कार

एक कार सड़क पर दायें-बायें चालती
सीधी फुटपाथ पर चढ़गी
एक-दो को कचूमर काढ़कै
साइकिल सै टकराई और ठेलेवाले कानी बढ़गी
खड्ये तांगै कै दी भड़भड़ी
और मोदी होकर नाळी में जा पड़ी

एक जणू ड्राइवर नै कही -
"तू भी क़माल करै है यार
जद तणें नहीं चलाणी आवै थी कार
तो तू क्यों लियायो ईनैं भरे बाज़ार?"

ड्राइवर बोल्यो -
"इसी बात कोनी भाई
पण आज तो मैं एक ही भूल कर दी थी
पिटरोल को आल्टरनेट ढूंढ़ण नैं
ई गाड़ी की टंकी ठर्रे सैं भर दी थी।"

~विमलेश राजस्थानी

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